कर चलते शरीर को अपनी स्मृति के पट से पोंछ डालना चाहता था
2.
स्मृति के पट से पोंछ डालना चाहता था परन्तु वह बरबस आकर उसके सामने
3.
इसके अलावा गर्म पानी में भिगोए हुए कपड़े से पूरे स्तनों को पोंछ डालना चाहिए।
4.
तत्पश्चात् चूचुकों को कुनकुने पानी से धोकर अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए, साथ ही स्वच्छ कपड़े से पोंछ डालना चाहिए ।
5.
वह नीता की विरूप आकृति, रोग और बोझ से शिथिल, लंगड़ा-लंगड़ा कर चलते शरीर को अपनी स्मृति के पट से पोंछ डालना चाहता था परन्तु वह बरबस आकर उसके सामने खड़ा हो जाता।
6.
वह नीता की विरूप आकृति, रोग और बोझ से शिथिल, लंगडा-लंगडा कर चलते शरीर को अपनी स्मृति के पट से पोंछ डालना चाहता था परन्तु वह बरबस आकर उसके सामने खडा हो जाता।
7.
समाजवाद हो या साम्यवाद हो, सोशलिज्म हो या कम्युनिज्म हो, एक बात पक्की है कि व्यक्ति की हैसियत को मिटा देना है, व्यक्ति को पोंछ डालना है, व्यक्ति की स्वतंत्रता को समाप्त कर देना है, संपत्ति का व्यक्तिगत अधिकार छीन लेना है और देश की सारी जीवन-व्यवस्था राज्य के हाथ में केंन्द्रित कर देनी है।